Hearing on the petition of Akali leader in Mohali, Majithia said - I am in danger of life; Patiala Jail Management denied the allegation

मोहाली में अकाली नेता की याचिका पर सुनवाई, मजीठिया बोले- मुझे जान का खतरा; पटियाला जेल प्रबंधन ने आरोप नकारे

Hearing on the petition of Akali leader in Mohali, Majithia said - I am in danger of life; Patiala Jail Management denied the allegation

Hearing on the petition of Akali leader in Mohali, Majithia said - I am in danger of life; Patiala J

चंडीगढ़। ड्रग्स केस में पटियाला जेल में बंद अकाली दिग्गज बिक्रम मजीठिया की याचिका पर आज मोहाली कोर्ट में सुनवाई हुई। मजीठिया ने कल मोहाली कोर्ट में याचिका दी थी कि उन्हें पटियाला सेंट्रल जेल में खतरा है। मजीठिया ने कहा कि उन्हें स्पेशल बैरक से पहले फांसी चक्की में ले जाया गया। फिर सामान्य बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है। जहां गैंगस्टर और आतंकी गतिविधियों के बंदियों से उन्हें खतरा है। मजीठिया ने उन्हें फिर से पहले वाली स्पेशल बैरक में शिफ्ट करने की मांग की है। वहीं इस मामले में पटियाला सेंट्रल जेल प्रबंधन ने कहा कि मजीठिया को कोई खतरा नहीं है। सुनवाई के दौरान मजीठिया की विधायक पत्नी गनीव कौर मजीठिया भी मौजूद रहीं।

अकाली नेता एडवोकेट अर्शदीप कलेर ने कहा कि इंटेलिजेंस रिपोर्ट हैं कि अकाली नेता बब्बर खालसा इंटरनेशनल, खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स और गैंगस्टरों के निशाने पर हैं। मजीठिया ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरेंडर किया था और उन्हें संगरूर जेल भेजा गया था। हालांकि वहां से उन्हें सुरक्षा का हवाला देकर पटियाला जेल भेज दिया गया। इसके बाद अचानक उन्हें फांसी वाली चक्की में ले जाया गया। जहां कोर्ट से फांसी की सजा पाने वाले कैदियों को रखा जाता है। फिर उन्हें जौड़ा चक्की में ले जाया गया। जहां जेल में अपराध करने वालों को रखा जाता है।

अकाली नेता ने आरोप लगाया कि ड्रग्स केस के आरोपों में अरविंद केजरीवाल को मजीठिया से माफी मांगनी पड़ी थी। अब सरकार उसी का बदला ले रही है। जेल मंत्री हरजोत बैंस ने मजीठिया को नीचा दिखाने के लिए जेल का दौरा किया। अब उनकी सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है।

बिक्रम मजीठिया पर पिछली कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले ड्रग्स केस दर्ज किया था। उन पर इंटरनेशनल ड्रग तस्करों को पनाह देने और डीलिंग करवाने के साथ फंड लेने के संगीन आरोप हैं। केस दर्ज होने के बाद मजीठिया को लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जमानत नहीं मिली। फिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उन्होंने 24 फरवरी को मोहाली कोर्ट में सरेंडर किया। जिसके बाद से वह पटियाला सेंट्रल जेल में बंद हैं।